शिलफाटा स्थित सहारा कॉलोनी सर्वे नंबर 103 में वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से वन विभाग की जमीनों का किया जा रहा है कब्जा.
मुंब्रा शील: शिलफाटा स्थित सहारा कॉलोनी सर्वे नंबर 103 पर वन विभाग के अधिकारी भू माफिया बिल्डरों पर मेहरबान नजर आ रहे हैं। क्योंकि वर्ष 2010 में इसी सर्वे नंबर 103 की जमीन को भू माफिया बिल्डर द्वारा वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से करोड़ों रुपए में गरीबों को बेचा गया था और हाथों में तारे दिखाकर यह बताया गया था की जमीन पर बिल्डिंग बनाई जाएगी और इसमें मकान तुम लोगों को किस्तों पर दिए जाएंगे जिसके बाद हजारों लोगों ने भू माफिया बिल्डरों की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर बिल्डरों को पैसा दिया लेकिन आज तक उन गरीब लोगों को ना मकान दिए गए ना उनकी रकम को लौटाया गया जिसमे करोड़ों रुपए की मलाई भू माफिया बिल्डर और वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मिलबाटकर खाई गई। गौरतलब बात तो यह है कि अब इस जमीन को दोबारा से भू माफिया बिल्डर द्वारा वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से 15 लाख रुपए प्रति गुंटा जमीन को प्लाटिंग करके गरीब लोगों को बेचा जा रहा है। जबकि इस जमीन पर वन विभाग की तरफ से वन ए 35 सेक्शन लगा हुआ है जिसका मतलब यह है कि इस जमीन पर ना घर बना सकते हैं और ना गाला बना सकते हैं लेकिन भू माफिया बिल्डर वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से बड़े पैमाने पर वन विभाग की जमीन का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं और गरीब लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से निवेदन है कि मामले का गंभीरता पूर्वक संज्ञान लिया जाए और उचित कार्रवाई की जाए। हमारे समाचार पत्र मुंबई परिवर्तन में अगले अंक में हम भू माफिया बिल्डर जो इस वन विभाग की जमीन पर वन विभाग के अधिकारी की मिली भगत से कब्जा कर रहे हैं उनके नाम का पर्दाफाश करेंगे