मुंबई : महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) मैदान में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मिल गई है। जिसके बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा है। शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करना शिवसेना के लिए एक विशेष कार्यक्रम माना जाता है, जहां पार्टी नेता कैडर की उपस्थिति में राजनीति के तमाम पहलूओं पर अपने विचार रखते हैं। ऐसे में दोनों गुटों द्वारा बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स मैदान में दशहरा रैली की मेजबानी के लिए अनुमति मांगने को लेकर एक आवेदन दायर किया गया था।
फिलहाल बृहन्मुंबई नगर निगम ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के आवेदनों पर कोई फैसला नहीं लिया है। जबकि बीएमसी पर लगभग तीन दशकों से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी का शासन है, यह वर्तमान में प्रशासक इकबाल चहल द्वारा नागरिक निकाय के कार्यकाल की समाप्ति के बाद चलाया जा रहा है। दशहरा रैली में दोनों खेमे का आमना-सामना होना बीएमसी चुनावों के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है, जहां शिवसेना के दोनों धड़े अपनी ताकत साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि एकनाथ शिंदे ने 30 जून को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शिवसेना के एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने के विरोध में शिवसेना के 38 अन्य विधायक राज्य के बाहर उनके साथ शामिल हो गए। ऐसे में शिंदे ने राज्य सरकार के पतन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं उन्होंने सीएम बनने की जंग में देवेंद्र फडणवीस को भी पछाड़ दिया। जिसके बाद शुरुआत में फडणवीस ने सरकार का हिस्सा बनने से भी इनकार कर दिया था। हालांकि बाद में उन्हें डिप्टी के रूप में कैबिनेट में शामिल किया गया।