मुंबई। बारिश के मौसम में महामारी की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए मनपा ने कमर कस लिया है। डेंगू, मलेरिया का मुफ्त जांच करने के लिए मनपा ने फीव्हर ओपीडी शुरू किया है। मनपा प्रशासन ने मरीजों का इलाज के लिए अस्पतालों में तीन हजार खाट तैयार किए है। मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने निर्देश दिया कि मानसूनी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी विभाग मिलजुल कर कार्रवाई करें जिससे महामारी नहीं फैले।
मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने मानसूनी बीमारियों से निपटने के लिए बुधवार को स्वास्थ्य विभाग से लेकर मच्छर पर कार्रवाई करने वाले विभाग सहित मुंबई में विभिन्न येजनेइसयो के साथ बैठक की। जिनकी जमीन मुंबई में है और जिससे मलेरिया सहित डेंगू मच्छर की पैदावार होने की संभावना बनी रहती है। इस बैठक में मच्छर उन्मूलन समिति सहित विभिन्न सरकारी, अर्ध सरकारी, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे, म्हाडा, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण, मुंबई एयरपोर्ट, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, नौसेना, वायु सेना, बेस्ट, डाक विभाग, मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भाभा अणुसंशोधन केंद्र जैसी संस्थाएं शामिल थी। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां जो लोगों के लिए बहुत खतरनाक हैं। उसकी रोकथाम के लिए विभिन्न संस्थाओं की मदद लेकर महामारी को नहीं फैलने देने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मनपा आयुक्त ने कहा मानसून के अगले तीन महीने चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं। मच्छरों के प्रजनन स्थलों की पहचान करने और समय पर उनका निपटारा करना जैसे उपायों को लागू करने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है। आयुक्त ने सभी व्यवस्थाओं से निरंतर संयुक्त भागीदारी के माध्यम से मानसूनी बीमारियों को रोकने में योगदान देने की अपील की। मनपा के प्रमुख अस्पतालों से सामुदायिक चिकित्सा में चार विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम प्रत्येक विभाग में मानसून रोगों के प्रबंधन में मदद के लिए मौजूद रहेगी। इन विशेषज्ञ चिकित्सकों का अनुभव और मरीजों का वैज्ञानिक उपचार वार्ड के लिए मार्गदर्शन बनेगा।