ठाणे : मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे पर भड़के पूर्व नगर सेवक जफर नोमानी.

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ठाणे: मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे पर भड़के पूर्व नगर सेवक जफर नोमानी,कहां सुपारी किलर अपनी औकात में रहकर बात करें अपनी जीरो राजनीति चमकाने के लिए मुंब्रा शहर की बुराई मत करो, अगर मुसलमान से नफरत है तो अपनी पार्टी में से जितने भी मुसलमान है सबको निकाल बाहर करो

मुंब्रा: गत 12 मई शनिवार को कल्याण लोकसभा क्षेत्र महायुति के उम्मीदवार श्रीकांत शिंदे और ठाणे शहर के उम्मीदवार नरेश मस्के के प्रचार करने हेतु मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे द्वारा कलवा पारसिक नगर 90 फीट रोड में एक सभा का आयोजन किया गया था। जिसको संबोधित राज ठाकरे द्वारा किया गया,उन्होंने संभाषण के दौरान मुंब्रा शहर का जिक्र करते हुए कहा कई वर्षों पहले कुछ अपराधिक देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले असामाजिक तत्वों को एटीएस द्वारा मुंब्रा शहर से पकड़ने की कार्रवाई की गई थी। जिसका लेखा-जोखा उन्होंने सभा में लोगों को पढ़कर सुनाया लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इनमें से कई लोगों को आतंकवाद मामले मैं मुंबई उच्च न्यायालय द्वारा क्लीन चिट दी गई है, और कई लोगों के मामले अभी न्यायालय में विचाराधीन है। जिस तरह का बयान राज ठाकरे द्वारा मुंब्रा शहर के लिए दिया गया है,उससे राजनीतिक नेताओं में आक्रोश उत्पन्न हो गया है। आपको बताते चले राज ठाकरे द्वारा मुंब्रा शहर के विरुद्ध दिए गए इस बयान से राष्ट्रवादी शरद चंद्र पार्टी के पूर्व नगर सेवक जफर नोमानी राज ठाकरे पर क्रोधित होते हुए नजर आए उन्होंने फेसबुक अकाउंट पर आग बबूला होकर राज ठाकरे पर रामबाण क्रोधित तीर चलाते हुए कहा कि अपनी जीरो राजनीति चमकाने के लिए नफरत फैलाने का जो काम तुम्हारे द्वारा किया जा रहा है उससे तुम्हारी राजनीति महाराष्ट्र में जीरो ही रहेगी, और तो और जफर नोमानी ने राज ठाकरे को सुपारी किलर तक कह दिया कि उनका काम है टोल नाकों पर तोड़फोड़ करना और जबरन वसूली करना, उत्तर भारतीयों को मुंबई से मारपीट कर भागना जिस तरह की राजनीति उनके द्वारा नफरत फैलाने की जा रही है उससे मुंब्रा का मुसलमान कभी माफ नहीं करेगा अगर मुसलमान से इतनी नफरत है तो तुम्हारी पार्टी में से जितने भी मुसलमान है उन्हें निकाल बाहर क्यों नहीं करते, क्या हाजी अरफात तुम्हारी पार्टी में कभी पदाधिकारी नहीं हुआ करते थे। जिस तरह से राज ठाकरे द्वारा मुंब्रा शहर को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है उसे मुंब्रा शहर कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और करारा जवाब 20 मई सोमवार को मशाल का बटन दबाकर देगा। गौरतलब बात तो यह है जिस तरह का संभाषण राज ठाकरे द्वारा मुंब्रा शहर के विरुद्ध श्रीकांत शिंदे के प्रचार के समय दिया गया है उससे श्रीकांत शिंदे को राज ठाकरे का यह संभाषण बहुत महंगा पड़ सकता है, क्योंकि मुंब्रा शहर के मुसलमान से वोट की अपेक्षा जो श्रीकांत शिंदे लगा रहे हैं,वह मुसलमान उनसे जरूर दूर हो जाएंगे क्योंकि मुंब्रा शहर की बुराई को कोई भी मुंब्रा शहर का रहवासी बर्दाश्त नहीं करेगा

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