मुंबई: गोवंडी क्षेत्र के शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बाबुराव देशमुख (57) आज भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के हत्थे चढ़ गए। देशमुख को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। इस घटना ने खाकी वर्दी को शर्मसार कर दिया है।.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला एक ट्रस्ट से जुड़ा हुआ है। शिकायतकर्ता, जो कि एक ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं, ने 15 अगस्त 2024 को कुछ लोगों द्वारा जबरन स्कूल परिसर में घुसकर गेट का ताला तोड़ने की शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन के साथ-साथ मुंबई के चैरिटी कमिश्नर कार्यालय में भी दर्ज कराई गई थी।
बताया जा रहा है कि इसी मामले में पुलिस निरीक्षक बाबुराव देशमुख ने ट्रस्टी को मदद करने, ट्रस्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करने और विरोधियों को परिसर से दूर रखने के एवज में तीन लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। लंबी बातचीत के बाद रिश्वत की रकम ढाई लाख रुपये पर तय हुई।
आज, जब शिकायतकर्ता पहली किस्त के रूप में एक लाख रुपये देशमुख को सौंप रहे थे, तभी सतर्क ACB अधिकारियों ने उन्हें रंगेहाथ धर दबोचा। इस गिरफ्तारी के बाद ACB की टीम देशमुख को आगे की जांच के लिए अपने वर्ली स्थित कार्यालय ले गई है। इस घटना ने पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर कर दिया है और आम जनता के बीच पुलिस की छवि को धूमिल किया है।