मुंब्रा मित्तल ग्राउंड की आरक्षित 31 एकड़ जमीन घोटाले मामले को लेकर एमआईएम पार्टी का धरना प्रदर्शन,
मुंब्रा: गत 28 फरवरी बुधवार को मुंब्रा मित्तल ग्राउंड की 31 एकड़ आरक्षित जमीन घोटाले मामले को लेकर एमआईएम पार्टी द्वारा ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन किया गया । इस अवसर पर एमआईएम पार्टी के कलवा मुंब्रा विधानसभा अध्यक्ष सैफ पठान ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि (1) सर्वे नंबर 47, 48 (भाग),49( भाग),51/A(भाग),120/A(भाग),120(भाग),162(भाग),118/A, पर कॉलेज के लिए 13.34 एकड़ आरक्षित जमीन है (2) सर्वे नंबर 51/A,120/A, पर माध्यमिक स्कूल के लिए 1.01 एकड़ आरक्षण जमीन है (3) सर्वे नंबर 67,116(भाग), हॉकर्स जोन के लिए 1.43 एकड़ आरक्षित जमीन है, (4) सर्वे नंबर 48 (भाग),49(भाग),50/A(भाग),120(भाग),121(भाग),107/A(भाग),119/A, खेल मैदान के लिए 8.27 एकड़ अरशद जमीन है, (5) सर्वे नंबर 67, 116 (भाग),117(भाग), ड्रामा थिएटर के लिए 1.6 एकड़ आरक्षित जमीन है (6) सर्वे नंबर 46 (भाग),67(भाग),115(भाग),116(भाग), टीएमटी बस डिपो के लिए 5.70 एकड़ आरक्षित जमीन है (7) सर्वे नंबर 46
(भाग),47(भाग),48(भाग),49(भाग),50(भाग),115(भाग),129(भाग), इन तमाम प्लॉट पर भूमाफिया द्वारा मैंगरोज को हटाया जा रहा है उसे दोबारा लगाया जाए और उचित कार्रवाई की जाए। यह तमाम मांगों को लेकर हमारा मंडल द्वारा 23 जनवरी 2023 को आरक्षित जमीन कब्जे के विरुद्ध पहला पत्र ठाणे मनपा आयुक्त को और संबंधित विभाग को पत्र दिया गया था। जब से अब तक हम लोगों ने 9 पत्र सभी संबंधित विभाग को दिया गया और आरक्षित जमीन को भू माफिया भवन निर्माता के कब्जे से वापस लेने की मांग की गई। जब हमारी बातें नहीं सुनी गई तब हमने 28 अगस्त 2023 को मुंब्रा से टीएमसी 12 किलोमीटर पैदल मार्च कर ठाणे मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर को निवेदन पत्र दिया गया। जब भी हमारी मांगे पूरी नहीं की गई तो आज हमने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया गया। फिलहाल जिलाधिकारी अशोक सिनगारे के निवेदन पर हमने हमारे धरना प्रदर्शन को स्थगित कर दिया है और हमें आश्वस्त किया गया है कि जल्द कार्रवाई की जाएगी। अगर हमें इंसाफ नहीं मिला तो हमारा विरोध जारी रहेगा और हम जल्द न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। पठान ने बताया की आरक्षित जमीनों पर शरद चंद्र पवार गुट के कलवा मुंब्रा विधानसभा अध्यक्ष शमीम खान का कब्जा है पठान ने स्थानीय विधायक जितेंद्र अवार्ड पर निशान साधते हुए कहा कि वर्ष 2019 में जब जितेंद्र अवार्ड गृह निर्माण मंत्री थे उस वक्त मित्तल ग्राउंड से एमएम वैली की ओर जाने वाले सड़क पर 150 करोड रुपए खर्च किए गए। लेकिन आरक्षित जमीनों के लिए 50 करोड़ तक मुंब्रा शहर वासियों के लिए खर्च नहीं किए गए अगर उस वक्त खर्च कर दिए जाते तो शायद आज आरक्षित जमीनों पर भू माफिया बिल्डरों का कब्जा नहीं होता और मुंब्रा शहर वासी आरक्षित जमीनों के लिए वंचित नहीं रहते, लेकिन विधायक को तो अपने पार्टी के पदाधिकारी का फायदा कराना था और उनका भी फायदा होता शायद यही कारण है आज मित्तल ग्राउंड पर बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट निर्माण किया जा रहे हैं यही नहीं भू माफिया बिल्डर द्वारा मुंब्रा शहर की कई आरक्षित जमीनों पर अवैध निर्माण कर 7 मंजिला इमारतें बनाई गई है। यह शहर की आखिरी आरक्षित जमीन है अगर आरक्षित जमीनों को भू माफियाओं से नहीं बचाया गया तो यह भी हजम हो जाएंगे। क्योंकि इस जमीनों से मुंब्रा शहर का भविष्य जुड़ा है। इस धरना प्रदर्शन में कलवा मुंब्रा विधानसभा के अध्यक्ष सैफ पठान, जावेद सिद्दीकी, लिसान अंसारी, नासिर शेख, शोएब डोंगरे, नफीस अंसारी,मुशीर शेख, कादर मेमन, रिजवान शेख, समीर पठान, अदनान शेख,हुमायूं मुक्ति, और एमआईएम की पूरी टीम उपस्थित थीं