दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में ऑटो ड्राइवरों की मनमानी एक बहुत बड़ी समस्या है। मुंबई में इस समस्या से निपटने के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने बड़ा अभियान चलाया और अधिकारियों ने खुद सड़क पर यात्री बनकर ऑटोवालों की हकीकत परखी। आरटीओ ने कम दूरी के लिए सवारी लेने से इनकार करने वाले 700 ऑटोवालों का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
28 फरवरी से 2 मार्च के बीच चले इस अभियान के दौरान कुल 5,212 ऑटो ड्राइवर्स नियमों की धज्जियां उड़ाते पाए गए। इनमें से करीब 2,600 ऑटो ड्राइवर्स के लाइसेंस सीज कर दिए गए हैं। इनमें से भी 700 के लाइसेंस इसलिए रद्द कर दिए गए क्योंकि उन्होंने कम दूरी की सवारी लेने से इनकार किया था।
इसके अलावा जिन वजहों से लाइसेंस सीज किए गए हैं उनमें ओवरचार्जिंग, तीन सवारी से ज्यादा लेकर चलना, बिना बैज या लाइसेंस के चलना आदि शामिल हैं। अभियान के दौरान करीब 171 ऑटोरिक्शा सीज किए गए हैं।
परिवहन आयुक्त शेखर चन्ने ने हमारे सहयोगी मिरर को बताया, ‘ऑटोरिक्शा चालकों के ऐसे रवैये से होने वाली यात्रियों की दिक्कतों को हम समझते हैं।’ उन्होंने बताया कि अगले कुछ महीने यह अभियान चलता रहेगा।
आरटीओ अफसरों ने की पूरे अभियान की विडियो रिकॉर्डिंग
अभियान का नेतृत्व करने वाले एआरटीओ तनाजी चवन ने बताया, ‘परिवहन आयुक्त के निर्देश पर हमने 14 फ्लाइंग स्क्वॉड का गठन किया है, ये गड़बड़ी करने वाले ड्राइवरों पर नजर रखेंगे।’ उन्होंने कम दूरी के लिए सवारी लेने से इनकार करने वाले 700 ऑटो ड्राइवरों के लाइसेंस कैंसल करने की भी पुष्टि की। आरटीओ के अफसरों ने पूरे अभियान की विडियो रिकॉर्डिंग भी की है, जिससे अगर कोई ड्राइवर कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट में अपील करे तो उनके पास कोर्ट को दिखाने के लिए सबूत हों।
मुंबई परिवर्तन