महाराष्ट्र के मुंबई के कई अल्पसंख्यक बहू मुस्लिम क्षेत्र से मतदान केंद्र में धीमी गति से चल रही वोटिंग प्रक्रिया के कारण घंटों भीषण गर्मी में जनता हुई परेशान, मुंब्रा का भी यही हाल चुनाव आयोग की व्यवस्था पर उठे कई सवाल, जनता का कहना है षड्यंत्र के कारण वोटिंग प्रक्रिया धीमी गति से कराई गई ताकि वोटिंग परसेंटेज मुंब्रा में काम रहे फिर भी हुई 65% की वोटिंग
मुंब्रा: पांचवें चरण का चुनाव देश भर में 8 राज्यों की 49 सीटों को लेकर 20 मई सोमवार को किया गया। जिसमें राज्य महाराष्ट्र में 13 सीटों पर चुनाव जारी रहा। महाराष्ट्र राज्य के ठाणे शहर की कल्याण लोकसभा क्षेत्र की सीट के लिए इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार वैशाली राने दरेकर और महायुती के उम्मीदवार डॉ श्रीकांत शिंदे के बीच मुकाबला था। जिसमे मुंब्रा शहर में सुबह से ही जनता ने वोट करना शुरू कर दिया 1:00 बजे तक वोटिंग परसेंटेज 20% रहा, 3:00 बजे के बाद वोटिंग परसेंटेज बढ़ना शुरू हुआ और शाम तक 65% मुंब्रा शहर की जनता ने वोट किया। लेकिन देखा गया की सभी मतदान केंद्र में धीमी गति से वोटिंग प्रक्रिया की जा रही थी जिसमें भीषण गर्मी में घंटो लंबी कतार में खड़े पुरुष और महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था। लेकिन बड़े अफसोस की बात है की चुनाव आयोग की तरफ से ना पानी की,ना पंखे की,और ना किसी प्रकार की कोई मंडप की व्यवस्था वोटर के लिए की गई थी। जहां पर एक वोटर को वोटिंग के लिए 2 मिनट का समय लगना चाहिए था, वहां पर धीमी गति के कारण 6 मिनट एक वोटर को लग रहे थे। कई वोटर की तरफ से यह शिकायत की जा रही थी कि वह मुंब्रा में रहते हैं लेकिन उनका नाम कलवा में आ रहा है, एक ही परिवार के सदस्यों का अलग अलग मतदान केंद्र में नाम आ रहा था। कई मतदान केंद्र से यह शिकायत भी वोटर द्वारा की जा रही है कि उनका वोट पहले से ही किसी ने डाल दिया है लेकिन आर ओ की तरफ से किसी प्रकार का कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया यह शिकायत सेमबायोसिस स्कूल और अब्दुल्लाह पटेल मतदान केंद्र की तरफ से वोटर द्वारा की जा रही थी। फिलहाल ऐसे माहौल में भी मुंब्रा की जनता ने भरपूर वोटिंग की और बताया जा रहा है कि मुंब्रा में 65% वोटिंग की गई और यह वोटिंग रात 10:00 बजे तक जारी रही। जिस प्रकार सांसद के चुनाव के लिए मुंब्रा शहर की महिलाओं और पुरुष द्वारा बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर वोटिंग की गई, यह उत्साह 75 वर्ष बाद देखने को मिला है जिसमें जनता नहीं भरी गर्मी में घर से उतर कर लंबी कतारों में घंटे खड़े रहकर भरपूर वोट किया है। जिस तरह से जनता ने वोटिंग कि है उससे अनुमान लगाया जा सकता है की जनता देश में परिवर्तन चाहती है। गौरतलब बात तो यह है महाराष्ट्र के दक्षिण मुंबई के कई अल्पसंख्यक बहु मुस्लिम क्षेत्र नागपाडा, मदनपुरा, भायखला, डोंगरी, मोहम्मद अली रोड, मजगांव, वर्ली और कुर्ला के मतदान केंद्र में धीमी गति से की गई वोटिंग प्रक्रिया के कई शिकायत वोटर द्वारा की गई है।